पं दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महिला महाविद्यालय, सेवापुरी वाराणसी आपका स्वागत करता है।
व्यक्तित्व विकास के निर्माण में शिक्षा का अमूल्य योगदान है। सम्पूर्ण विश्व ज्ञान की उपयोगिता को महत्वपूर्ण मानता है, ऐसे में समाज की आधी आबादी जिसकी समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है। उसे शिक्षा व ज्ञान रूप अस्त्रे प्रदान करने के लिए, दृढ़ संकल्पित है, जिससे वह अत्याचार व अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने के साथ ही समाज में सम्मानपूर्वक जी सकें व आत्मनिर्भर बन सकें।
भारत के विकास व सम्मान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकें इसी शुभकामना के साथ अपने देश की प्रथम शिक्षिका " सावित्रीबाई फुले (1831-1897) द्वारा कही गयी निम्न की प्रासंगिकता आज भी हैं
जाओं शिक्षा प्राप्त करों,आत्मनिर्भर बनों, मेहनती बनों कामकारों ज्ञान और धन इकट्ठा करो बिना ज्ञान के सब खो जाता है।
सावित्री बाई फूले
प्रथम महिला शिक्षिका
प्रो० (डॉ) सुधा पाण्डेय
प्राचार्य